प्रयागराज  । उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस द्वारा उठाए गए अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटे खुल्दाबाद के बाल संरक्षण गृह में हैं। पुलिस ने शनिवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट को इसकी जानकारी दी। इससे पहले, अहमद की पत्नी और बसपा नेता शाइस्ता परवीन ने इलाहाबाद जिला कोर्ट  में एक याचिका दायर की थी जिसमें दावा किया गया था कि उनके दो बेटों को पुलिस अपने साथ ले गई है। तब से उनका कोई अपडेट नहीं आया है। कोर्ट द्वारा अतीक अहमद के नाबालिग पुत्रों के संबंध में शाइस्ता परवीन द्वारा मुख्य मजिस्ट्रेट के पास दायर आवेदन में स्पष्ट स्पष्टीकरण न होने से 13 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है। इसके साथ ही पुलिस से स्पष्टीकरण भी मांगा है।
 उल्लेखनीय है कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और उसका परिवार सवालों के घेरे में आ गया था। उमेश पाल और उनके दो सशस्त्र सुरक्षा एस्कॉर्ट्स में से एक को 24 फरवरी को प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में गोली मार दी गई थी। उमेश और उनके बंदूकधारियों पर कई राउंड फायरिंग की गई और बम फेंके गए। माफिया अतीक अहमद जो 2005 की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है, गुजरात जेल में बंद है। उस पर हाल ही में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया था। अरबाज और विजय चौधरी उर्फ उस्मान नाम के दो आरोपी 27 फरवरी और 6 मार्च को यूपी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे।
 प्रयागराज पुलिस ने लखनऊ के महानगर इलाके में अतीक अहमद के आवास पर छापेमारी कर यूनिवर्सल अपार्टमेंट से दो लग्जरी कारें जब्त की हैं। सूत्रों ने कहा कि छापेमारी 27 फरवरी की देर रात की गई थी, यह कार्रवाई एक गोलीबारी के बाद की गई जिसमें बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने यह छापेमारी इनपुट मिलने के बाद की कि कुछ शूटरों ने उस अपार्टमेंट में शरण ली हुई है।