बेगलुरु । कर्नाटक विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देने के दो दिन बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता बाबूराव चिंचानसुर कांग्रेस में शामिल हो गए। दो हफ्ते पहले एक अन्य भाजपा विधायक पुत्तन्ना ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। चिंचानसुर ने वर्ष 2019 में गुलबर्गा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की हार में अहम भूमिका निभाई थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के अनुसार चिंचानसुर ने कर्नाटक में हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाए जाने वाले नववर्ष के दिन (उगादी) पर पार्टी में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी। शिवकुमार ने कहा ‎कि मल्लिकार्जुन खरगे के गृह जिले से आने वाले बाबूराव चिंचानसुर खरगे के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए कांग्रेस में शामिल हुए हैं। मैं उनका पार्टी में स्वागत करता हूं। चिंचानसुर 2018 तक कांग्रेस में थे और 2013 से 2016 तक सिद्धरमैया सरकार में मंत्री भी रहे। 2018 के विधानसभा चुनाव में अपनी हार के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। खरगे के नेतृत्व की सराहना करने के अलावा चिंचानसुर ने शिवकुमार के प्रति भी आभार व्यक्त किया। चिंचानसुर ने कहा ‎कि उन्होंने मुझ पर जो उपकार किया है, उसके लिए मैं अगले सात जन्मों तक उनका ऋणी रहूंगा।