आगरा। साइबर शातिरों ने दारोगा को वीडियो काल करके अपने जाल में फंसा लिया। उसका वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया। खुद को आइपीएस बताकर एक महीने में एक लाख रुपये वसूल लिए। दारोगा से सोमवार को साइबर शातिरों ने दो लाख रुपये मांगे। रकम न देने पर उसे गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली से टीम भेजने की कहा। पीड़ित ने अपर पुलिस आयुक्त से ब्लैकमेलिंग की शिकायत की। मामले में शाहगंज थाने में अभियोग दर्ज किया गया है।पुलिस लाइन में रहने वाले दाराेगा ने पुलिस को बताया कि घटना एक महीने पहले की है। वह शाम के समय पूजा करके उठे थे। अंडरवियर और बनियान पहने हुए थे।

इसी बीच वीडियो काल आया। उन्हें लगा किसी परिचित का है। काल रिसीव करने के कुछ सेकेंड बाद ही कट गया। दस मिनट बाद ही उनके मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को आइपीएस बताया। कहा कि वह दिल्ली क्राइम ब्रांच से बोल रहा है। उनसे कहा कि किसी युवती को वीडियो काल करके परेशान किया है।आइपीएस बताने वाले ने दारोगा से कहा कि उनका वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया जा रहा है। जिसे डिलीट कराने के लिए 25 हजार रुपये लगेंगे।

दारोगा के अनुसार वह बुरी तरह से घबरा गए। उन्होंने आरोपित के बताए खाते में रकम ट्रांसफर कर दी। जिसके बाद शातिरों ने उन्हें अलग-अलग नंबर से फोन करना शुरू कर दिया। करीब एक महीने के दौरान एक लाख उनसे वसूल लिए।दारोगा ने पुलिस को बताया कि सोमवार की शाम को उनके पास आइपीएस बनकर शातिर ने फोन किया। उनसे कहा कि जिस लड़की ने वीडियो काल की थी। उसने बदनामी के चलते खुदकुशी कर ली है। मामले में दो लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस की टीम भेजी जा रही है।

वह पुलिस वाले हैं, इसलिए उन्हें बचाना चाहते हैं। दो लाख रुपये दे दें तो उनकी जान बच सकती है। खुदकुशी करने की बात सुनकर वह घबरा गए। परिचित पुलिसकर्मी को इसकी जानकारी दी। उन्होंने साइबर शातिरों के जाल में फंसाने की कहा। दारोगा से मामले में पुलिस अधिकारियों से शिकायत करने की कहा। वह अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी के सामने पेश हुआ। पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद शाहगंज थाने में अभियोग दर्ज कराया गया।