ग्वालियर ।   पठान कोट पंजाब में ड्यूटी के दौरान सेना के जवान की अटैक आने से मौत हो गई। सेना के जवान के पार्थिव शरीर को सैन्य वाहन से वंशीपुरा मुरार स्थित घर तक लाया गया। यहां से सागरताल स्थित कब्रिस्तान तक ले जाया गया और सैन्य सम्मान के साथ पार्थिव देह को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस मौके पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल आदि मौजूद थे। वंशीपुरा मुरार के अंसार बेग मिर्जा पुत्र स्व़ अनवर बेग मिर्जा उम्र 36 साल की पंजाब के पठान कोट में ड्यूटी थी। 20 जनवरी की रात को ड्यूटी के दौरान अचानक से उनके सीने में तेज दर्द हुआ। सेना के जवान अंसार बेग को लेकर तत्काल सेना के अस्पताल पहुंचे। यहां डाक्टरों ने परीक्षण उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया। सेना ने यह सूचना जवान के घर दी। इसके बाद अंसार बेग के बड़े भाई शमशाद बेग और छोटा भाई दिलशाद बेग पठान कोट पहुंचे। शनिवार-रविवार की रात अंसार के पार्थिव देह को पाठान कोट से सेना के वाहन से ग्वालियर लाया गया। इस सूचना पर जनप्रतिनिधि, पुलिस व प्रशासनिक के अलावा सेना के आला अफसर अंसार बेग के घर पहुंचे। शाम साढ़े चार बजे जैसे ही पार्थिव देह लेकर वाहन पहुंचा तो पूरे क्षेत्र का माहौल गमगीन हो गया। खासी संख्या में रहवासी बलिदानी के आखरी दर्शन करने के लिए उसके घर पहुंचे। दोनों भाई भी सेना में बलिदानी अंसार बेग मिर्जा के बड़े भाई शमशाद और छोटा भाई दिलशाद भी सेना के जवान हैं। बलिदानी के चाचा सलीम ने बताया कि अंसार के पिता की दो साल पहले देहांत हो गया था घर में मां जुवैदा और पत्नी समसुल है। अंसार का बड़ा बेटा आइल छह साल का है और बेटी अलसिया चार साल की है। पिछले महीने ही अंसार ड्यूटी पर लौटा था और अगले महीने फिर से छुट्टी पर आने वाला था। इससे पहले ही उसकी मौत की खबर घर पर आ गई। अंसार फौज में वर्ष 2010 में भर्ती हुए थे।