छत्तीसगढ़ के बस्तर में जूनियर डॉक्टर कल यानी गुरुवार से हड़ताल पर जा रहे हैं। इस दौरान संभाग के सातों जिलों के अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर सेवाएं बाधित रहेंगी। जूनियर डॉक्टर रुटीन जांच के साथ ही इमरजेंसी सेवाओं में भी काम नहीं करेंगे। डॉक्टरों का यह विरोध मानदेय नहीं बढ़ाए जाने को लेकर है। बताया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टरों का यह विरोध और हड़ताल पूरे प्रदेश में होगी। 

दरअसल, जूनियर डॉक्टर विरोध स्वरूप 17 जनवरी से हाथों में काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। इसके बाद बुधवार सुबह 8 बजे उन्होंने कार्यबहिष्कार कर दिया। इसके चलते मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। खासकर ज्यादा दिक्कत जगदलपुर मेडिकल कॉलेज (मेकॉज) में मरीजों के सामने आई है। दूर-दराज से आए मरीजों को उपचार के लिए घंटों इंतजार के बाद भी भटकना पड़ा है। 
मेकॉज के डॉक्टरों ने बताया कि प्रदेश के जूनयिर रेसीडेंट डॉक्टरों को दिया जा रहा मानदेय अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम है। इसे बढ़ाने के लिए पिछले दो साल से पात्राचार कर रहे हैं। कई बैठकें हुईं और प्रस्ताव बनाकर भेजा गया, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। छत्तीसगढ़ में पोस्ट पीजी, बांड डॉक्टर्स को अपनी श्रेणी से कम ही नहीं, बल्कि अपने से निचली श्रेणी से भी कम मानदेय दिया जा रहा है।