रायपुर । अपने दो सूत्रीय मांगों को लेकर गुरूवार को प्रदेशभर के कोटवार सड़क पर उतरे। पाचों संभाग में कोटवारों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी दिखाते हुए जमरकर नारेबाजी की। रायपुर के बुढ़ातालाब धरना स्थल में रायपुर संभाग के हजार से अधिक कोटवारों ने प्रदर्शन किया।कोटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि सरकार ने कोटवारों के मायनदेय में वृद्धि तो कर दी लेकिन उन्हें अब तक शासकीय कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया गया है। सरकार ने कोटवारों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा देने का वादा किया था।लेकिन वादाखिलाफी करते हुए सरकार अब तक वादा पूरा नहीं कर पाई है।कोटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रेमकिशोर बाघ ने बताया कि पाटन में आयोजित कोटवार संघ के सम्मेलन में सीएम भूपेश बघेल भी पहुंचे थे।

इस दौरान उन्होंने कोटवारों को शासकीय कर्मचारी घोषित करने और उन्हें भूस्वामी बनाने का वादा किया था। लेकिन सरकार के चार साल बीत जाने के बाद भी सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर पाई है।प्रेमकिशोर बाघ ने बताया कि कोटवार संघ की दो सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में धरना स्थल पर पहुंचे एसडीएम को ज्ञापन सौपा गया है। अगर जल्द उनकी मांगो को पूरा नहीं किया जाता तो संघ द्वारा तिथि तय करके प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा। सभी संभागों से कोटवारी रायपुर पहुंचेगे और जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाते तब तक उग्र पदर्शन किया जाएगा।
बता दें कि पहली मांग, कोटवारों को नियमित करते हुए राजस्व विभाग में संविलयन किया जाए। वहीं, दूसरी मांग, भू राजस्व संहिता की धारा में वांछित संशोधन करते हुए मालगुजारी जमीन का भूमिस्वामी हक वापस प्रदान किया जाए।