भोपाल । भीख मांगो आंदोलन करने के बाद पर्यावरण वानकी वन मंडल भोपाल के तीन महीने के वेतन से वंचित स्थाई कर्मियों को अब  वेतन मिल जाएगा। स्थाई कर्मियों को वेतन भुगतान करने के आदेश प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार भोपाल ने जारी कर दिए हैं ।
मप्र कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया कि मंत्रिपरिषद की स्वीकृति से सीपीए को समाप्त कर बनाए गए नए पर्यावरण वानकी वन मंडल भोपाल के कर्मचारियों की पदों की निरंतरता की स्वीकृति न होने के कारण पिछले तीन माह से वित्त विभाग कर्मचारियों को वेतन भुगतान करने की अनुमति पर्यावरण वानकी वन मंडल भोपाल को नहीं दे रहा है। ना ही डीडीओ पावर दे रहा है। परेशान कर्मचारियों ने मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के नेतृत्व में प्रदर्शन ज्ञापन यहां तक की भीख मांगो आंदोलन तक किया था तथा एसीएस वित्त विभाग को ज्ञापन सौंपा था। तब जाकर अब शासन से अनुमति मिलने के बाद वन विभाग पीसीसीएफ अनुसंधान एवं विस्तार ने पर्यावरण वानकी बन मंडल के  222 स्थाई कर्मियों को पर्यावरण वानकी वन मंडल भोपाल के स्थान पर सामान्य बन मंडल भोपाल से वेतन भुगतान करने के निर्देश जारी करें है।
अभी भी एसडीओ से लेकर वनरक्षक तक के पर्यावरण वानकी बन मंडल के कर्मचारियों को वेतन भुगतान करने की शासन से अनुमति जारी नहीं की गई है। वित्त विभाग के सचिव ने पर्यावरण वानकी बन मंडल बनाने पर ही प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं। इस कारण पर्यावरण वानकी वन मंडल के 38 नियमित कर्मचारियों तथा लोक निर्माण विभाग राजधानी मंडल के कर्मचारियों का वेतन अभी भी रुका हुआ है मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच ने सरकार से मांग की है कि कर्मचारियों के लंबित वेतन का भुगतान समस्त कर्मचारियों को करने के कार्यवाही अति शीघ्र कि जाए।