लखनऊ | प्रदेश में नवरात्रि से रामनवमी तक राम से जुड़े आयोजनों की धूम रहेगी। प्रदेश सरकार की ओर से 40 जिलों में श्रीराम जन्मोत्सव ''भए प्रकट कृपाला'' का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही रामायण कॉन्क्लेव, श्रीरामचरितमानस पाठ, धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। साथ ही गुजरात में राष्ट्रीय संगोष्ठी के साथ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डॉ. लवकुश द्विवेदी ने बुधवार को बताया कि श्रीराम नवमी के अवसर पर आयोजनों की शृंखला में चित्रकूट में 24 से 30 मार्च तक श्रीरामकथा की लीला प्रस्तुतियों पर एकाग्र प्राकट्य पर्व का आयोजन किया जा रहा है। वहीं बिजाबर मंदिर रामघाट पर आयोजित समारोह में आदर्श रामलीला मंडली, सांस्कृतिक संगम, आंजनेय कला मंडल, श्रीकृष्ण लीला संस्थान सहित विभिन्न लीला मंडलियों द्वारा लीला की प्रस्तुति होगी। कई कलाकार भक्ति संगीत कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में चल रहे रामायण कॉन्क्लेव के क्रम में 25-26 मार्च को गोरखपुर, 27-28 मार्च को कानपुर, 28 मार्च को आगरा में समारोह आयोजित होंगे। 15 जिलों में चल रही उत्सव श्रृंखला का समापन 30-31 मार्च को अयोध्या में समारोह के साथ होगा। रामायण कॉन्क्लेव के अन्तर्गत राष्ट्रीय संगोष्ठी, प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन किए जा रहे हैं। कॉन्क्लेव का आयोजन हाल में ही मैनपुरी व फिरोजाबाद में भी हुआ है।

अयोध्या शोध संस्थान की ओर से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में 23-24 मार्च को वडोदरा में रामोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पारुल विश्वविद्यालय में हो रहे समारोह का उद्घाट्न अयोध्या के महंत मिथिलेश नंदिनी शरण स्वामी करेंगे। 23 मार्च को राम की शक्तिपूजा और विदुषी उमा डोगरा के कथक के कार्यक्रम होंगे। 24 मार्च को रामायण पर राष्ट्रीय संगोष्ठी तथा फौजिया दास्तानगो की ओर से दास्तान-ए-राम की प्रस्तुति की जाएगी।