वाशिंगटन । यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध में करीब 80 हजार से अधिक रूसी सैनिक मारे गए या घायल हुए हैं। पेंटागन स्थित अमेरिकी अधिकारियों ने सोमवार को अनुमान लगाया कि फरवरी से शुरू हुए इस युद्ध में अब तक यूक्रेन में 80,000 रूसी मारे या घायल हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार अवर रक्षा सचिव कॉलिन काहल ने कहा छह महीने से भी कम समय में 70 या 80,000 रूसी हताहत हुए हैं।
काहल ने कहा रूसी सेना के तीन या चार हजार बख्तरबंद वाहन भी इस दौरान नष्ट हुए हैं। अंदेशा है कि यूक्रेन के लक्ष्यों पर बड़ी संख्या में फायरिंग के बाद रूस के पास अब समुद्र से लॉन्च की गई क्रूज मिसाइलों सहित उपलब्ध सटीक-निर्देशित मिसाइलों की संख्या भी बेहद कम हो गई हैं। रूसी राष्ट्रपति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा रूसियों ने युद्ध की शुरुआत में व्लादिमीर पुतिन के तय उद्देश्यों में से एक को भी हासिल नहीं किया है। ऐसे में यह नुकसान बहुत बड़ा है।
अधिकारी के मुताबिक यूक्रेन को भी इस युद्ध में भारी क्षति पहुंची है, लेकिन उन्होंने इसका कोई आंकड़ा नहीं दिया। लंबी दूरी और सटीक निर्देशित मिसाइलों के हमलों में कमी भी रूस के भंडार में कम हो रही मिसाइलों का एक संकेत है। काहल का मानना है कि रूस अन्य खतरों के लिए भी अपनी भंडार को बचाना चाहता है।
इस बीच रूस और यूक्रेन ने एकदूसरे पर दक्षिणी यूक्रेन में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर गोलाबारी करने के आरोप लगाए। रूस ने दावा किया कि यूक्रेन की गोलाबारी से आग लग गई और कर्मचारियों को दो रिएक्टरों से उत्पादन कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा, वहीं यूक्रेन ने रूसी सैनिकों पर वहां हथियारों का भंडारण करना का आरोप लगाया। परमाणु विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि युद्ध की शुरुआत में रूस द्वारा कब्जा किए गए ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन पर अधिक गोलाबारी खतरे से भरी हुई है।