मेरठ | मेरठ में अनुसूचित जाति की महिला बबीता हत्याकांड़ में अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर परिजनों में रोष व्याप्त है। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया।आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। शव को सड़क पर रख कर पांच घंटें तक पुलिस के खिलाफ हंगामा प्रदर्शन किया। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी व आर्थिक मदद की मांग की। बाद में सीओ व एसओ के लिखित आश्वासन के बाद लोग शांत हुए और पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार हुआ।

बबीता (40) पत्नी रमेश निवासी गांव मऊखास थाना मुंडाली की बुधवार को बदमाशों ने सरेराह चाकू से गोदकर हत्या कर थी। हत्या करने के बाद बदमाश फरार हो गए थे। बबीता एक चिकित्सक की कोठी पर चौक बर्तन करने का काम करती थी। परिजनों ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया था।गुरुवार को जैसे ही बबीता का शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। उधर, पुलिस अभी तक इस मामले में एक भी आरोपी को गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। जिसे लेकर परिजनों में अधिकारियों के प्रति रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तारी व परिजनों को आर्थिक मदद की मांग को लेकर हंगामा प्रदर्शन किया।

लोगों ने शव गांव के बाहर सड़क पर रख कर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा प्रदर्शन किया।पीड़ित परिजनों ने पांच घंटें तक शव नहीं उठने दिया और मांग पूरी न होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार दिया। सूचना पर सीओ किठौर सुचिता सैन व मुंडाली थाना प्रभारी विरेंद्र सिंह बिसारे मय फोर्स के मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। इस दारौन ग्रामीणों की अधिकारियों से तींखी नोकझोंक भी हुई।

वहीं बाद में गांव के गणमान्य व्यक्तियों व अधिकारियों के लिखित में आश्वासन देने पर लोग शांत हुए और पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार दिया। इस दौरान सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।इस मामले की जांच-पड़ताल कर रहे थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह बिसारे का कहना है कि पुलिस आरोपियों के बेहद करीब पहुंच चुकी है। पुलिस ने घटना का फिर से मौका-ए-मुआयना किया। जहां से बेहद अहम सुराग मिले हैं और आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए। जिन लोगों पर शक है, उनकी लोकेशन देखी जा रही है।