गुरुग्राम के सेक्टर-22 पालम विहार इलाके में निर्माणाधीन इमारत में सो रहे प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या की  मास्टरमाइंड प्रॉपर्टी डीलर की ही पत्नी निकली है। प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी ने प्रेमी को 65 तोला सोना पति की हत्या के लिए दिया था। इसकी कीमत करीब 32 लाख रुपये बताई जाती है। पालम विहार थाना पुलिस ने आरोपी पत्नी और शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि महिला का प्रेमी अभी फरार है। 29 अक्तूबर को सेक्टर-22 पालम विहार के प्लॉट संख्या 465 की निर्माणाधीन इमारत में सो रहे प्रॉपर्टी डीलर धर्मेश यादव (45) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के मामले में पुलिस ने उनकी पत्नी नीतू यादव (40) और शार्प शूटर मोहम्द्दीन (42) को गिरफ्तार किया है।

सीआईए पालम विहार प्रभारी इंस्पेक्टर जोगिन्दर ने बताया कि हत्या कराने वाली मास्टरमाइंड नीतू यादव है। नीतू और धर्मेश का विवाह 20 साल पहले हुआ था। उनके दो बच्चे हैं जोकि देहरादून के दून स्कूल में पढ़ते हैं।करीब आठ माह पहले यूपी के संभल में गांव बहजोई निवासी बबलू नामक युवक नीतू के संपर्क में आया। प्रॉपर्टी डीलर के घर में काम करने वाली मेड से बबलू की दोस्ती थी। उसी से मिलने के दौरान नीतू से उसकी दोस्ती हो गई। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि दोनों के बीच अवैध संबध भी बन गए थे। दून में पढ़ रहे बच्चों से मिलने के लिए नीतू जब जाती थी तो बबलू भी देहरादून पहुंच जाता था।

इसी बीच नीतू ने बबलू से अपने पति को ठिकाने लगाने की बात कही। इस पर बबलू ने नीतू से मोहम्मद्दीन से मिलाया था। शॉर्प शूटर मोहम्मद्दीन भी बबलू के ही गांव का रहने वाला है। पति की हत्या के लिए नीतू ने प्रेमी को 32 लाख रुपये का सोना दिया था। बबलू ने मोहम्मदीन के साथ मिल कर वारदात को अंजाम दिया था। बता दें कि प्रॉपर्टी डीलर धर्मेश तीन दिन से निर्माणाधीन भवन पर ही सोता था। इसकी जानकारी केवल परिवार में उसकी पत्नी को थी।

वहीं, प्रॉपर्टी डीलर धर्मेश यादव की हत्या के बाद उनकी पत्नी का शव के पास दहाड़ मार कर रोना और बाद में गुमसुम हो जाना पुलिस के मन में पहले ही संदेह पैदा कर दिया था। पुलिस की थ्योरी में हत्या का कारण न होने पर शक और बढ़ गया। पुलिस ने मामले की सघनता से जांच कर पत्नी के प्रेमी का पता लगाया।

शूटर को गिरफ्तार करने के बाद उसके बयान के आधार पर पत्नी को गिरफ्तार किया। धर्मेश अपने परिवार के लोगों से अलग रहते थे।किराए पर आने वाले पैसे व प्रापर्टी के कारोबार से होने वाली आय काफी थी। घर की पहली मेड से दोस्ती होने का शक होने पर उनकी पत्नी नीतू ने जताया था।यही कारण था कि उसने पहली मेड को हटाकर बाद में बबलू की प्रेमिका को नौकरी पर रख लिया। बबलू के साथ नीतू रहना चाहती थी। उसकी योजना थी कि पति की मौत के बाद सारी प्रापर्टी उसके नाम पर हो जाएगी। उसके बाद वह प्रेमी के साथ आराम से रहेगी।
 
पुलिस को छानबीन में पता चला की नीतू के मोबाइल से बबलू के मोबाइल पर निर्माणाधीन साइट की लोकेशन भेजी गई थी। छानबीन के दौरान पता चला कि बबलू ओर नीतू की चैट और दोनों की एक साथ देहरादून की लोकेशन से सब कुछ क्लीयर हो गया था।पुलिस पत्नी पर हाथ नहीं डालना चाहती थी। वह पहले बबलू को गिरफ्तार करना चाहती थी। बबलू की जगह मोहम्मद्दीन पुलिस के हत्थे चढ़ा। दोनों ने इतनी सावधानी बरती कि दिल्ली से आते समय सिम बदला और वारदात के बाद दिल्ली निकल गए। गाड़ी व असलहा बबलू के पास बताया जा रहा है।