अयोध्या ।   श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान मंगलवार से आरंभ हो जाएगा और 21 जनवरी तक चलता रहेगा। रामलला की प्रतिमा 18 जनवरी को गर्भगृह में निर्धारित आसन पर स्थापित कर दी जाएगी। पिछले 70 वर्षों से पूजित वर्तमान प्रतिमा को भी नए मंदिर के गर्भगृह में ही रखा जाएगा। जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का पूरा ब्योरा सार्वजनिक किया।

'पुलिस के लिए एक अलग ड्रेस कोड होगा'

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था पर स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि उन स्थानों पर पुलिस के लिए एक अलग ड्रेस कोड होगा जहां आम जनता या आम लोग रहेंगे। जहां श्रद्धालु दर्शन करेंगे, वहां तैनात सभी पुलिसकर्मी बिना हथियार के होंगे और हथियार के साथ पुलिसकर्मी पुलिस की वर्दी में होंगे। हमने तकनीक को भी शामिल किया है और कैमरों के जरिए निगरानी की जाएगी। कुछ प्रशिक्षु आईपी अधिकारी भी अलग-अलग राज्यों से आए हैं। विभिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग अयोध्या आएंगे और उनके सहज अनुभव के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। 

1,000 किलोग्राम लड्डुओं का भोग

श्रीकृष्ण जन्मभूमि से 1,000 किलोग्राम लड्डुओं का भोग अयोध्या भेजा गया है।

56 किस्मों का प्राचीन पेठा आगरा से अयोध्या पहुंचा

ताजनगरी आगरा से 56 किस्मों का प्राचीन पेठा आगरा से अयोध्या पहुंच गया है।

यह एक सराहनीय कदम: चंपत राय

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई पिंक ऑटो सेवा को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया प्रदूषण रहित यह वाहन अयोध्या के लोगों के लिए है। यह एक सराहनीय कदम है। 

108 फीट की अगरबत्ती जलाई गई

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास महाराज की मौजूदगी में गुजरात से पहुंची 108 फीट की अगरबत्ती जलाई गई। अयोध्या के सरयू नदी के रामघाट पर 108 फीट लंबी अगरबत्ती को प्रज्वलित किया गया। गुजरात के बड़ोदरा में तैयार की गई यह अगरबत्ती अयोध्या लाई गई है।
 

पीएम मोदी ने की गायिका शिवश्री स्कंदप्रसाद की तारीफ

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गायिका शिवश्री स्कंदप्रसाद की तारीफ की है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर भजन पोस्ट किया है। पीएम मोदी ने गायिका की "प्रभु श्री राम की भक्ति की भावना को खूबसूरती से उजागर करने के लिए सराहना की। कन्नड़ में शिवश्री स्कंद प्रसाद की यह प्रस्तुति प्रभु श्री राम की भक्ति की भावना को खूबसूरती से उजागर करती है। वहीं, शिवश्री स्कंदप्रसाद कहती हैं कि "यह मेरे लिए बहुत खुशी का क्षण है। मेरे पास उस भावना का वर्णन करने के लिए शब्द नहीं हैं जो मैं अब अनुभव कर रही हूं। यह स्वयं भगवान राम का आशीर्वाद है।

मूर्तिकार अरुण योगीराज की मूर्ति का चयन

कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज की मूर्ति चयनित हुई है। अरुण ने इस मूर्ति का निर्माण रामसेवकपुरम कार्यशाला के सामने स्थित विवेक सृष्टि के परिसर में किया। इसलिए अनुष्ठान की शुरुआत इसी परिसर में मूर्ति निर्माण स्थल की पूजा के साथ होगी। इससे पहले परिसर में देवोत्थानी एकादशी से चल रहे वेदों के पारायण व हवन अनुष्ठान का सोमवार को समापन हो गया। अनुष्ठान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। भूतल के ईशानकोण में नौ हवन कुंड व दो मंडप बनकर तैयार हैं। सोमवार को नवनिर्मित मंदिर की पानी से धोया गया उसकी साफ-सफाई की गई। पूरे मंदिर का शुद्धीकरण किया गया है। अनुष्ठान की सारी सामग्रियां परिसर में पहुंचा दी गई हैं।

देशभर के 121 आचार्य पहुंचे अयोध्या, पूजन की तैयारियों को दिया अंतिम रूप

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सात दिवसीय अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा। रामलला 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में अपने नए घर में विराजमान होंगे। अनुष्ठान के पहले दिन कर्मकुटी का पूजन किया जाएगा। कर्मकुटी वह स्थान है, जहां रामलला की चयनित मूर्ति का निर्माण हुआ है। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में देशभर से 121 वैदिक आचार्य शामिल होंगे। ये सभी आचार्य सोमवार की देर शाम तक अयोध्या पहुंच चुके हैं। काशी के प्रख्यात वैदिक आचार्य गणेश्वर द्रविड़ व लक्ष्मीकांत दीक्षित भी अयोध्या पहुंच चुके हैं। इन्हीं के निर्देशन में सभी अनुष्ठान होंगे।

स्वर्ण मंडित द्वार की स्थापना का काम पूरा

भगवान श्री रामलला सरकार के गर्भगृह में स्वर्ण मंडित द्वार की स्थापना के साथ ही भूतल पर सभी 14 स्वर्ण मंडित द्वारों की स्थापना का काम पूरा हो गया है। 

मुख्य सचिव आज आएंगे अयोध्या

प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र मंगलवार को अयोध्या आएंगे। वह सड़क मार्ग से लखनऊ से चलकर सुबह 9:30 बजे पहुंचेंगे। यहां आने के बाद विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे। साथ ही समीक्षा बैठक में भाग लेंगे।

अयोध्या के लता मंगेशकर चौक का दृश्य

भीषण शीत लहर के बीच अयोध्या में कोहरा छाया हुआ है। अयोध्या के लता मंगेशकर चौक का दृश्य।

25 वाद्ययंत्रों से मंगल ध्वनि गूंजेगी

राय ने बताया, प्राण प्रतिष्ठा  से पहले मंगल ध्वनि गुंजायमान होगी। विभिन्न राज्यों के 25 प्रमुख और दुर्लभ वाद्ययंत्रों के मंगल वादन से अयोध्या में यह प्रतिष्ठा महोत्सव होगा।

योगीराज की बनाई मूर्ति होगी स्थापित

चंपत राय ने बताया कि मैसूरू के शिल्पकार अरुण योगीराज की बनाई प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित करने के लिए चुनी गई है। नई प्रतिमा श्याम शिला से निर्मित है और इसका वजन 150 से 200 किलो के बीच है। मूर्ति में प्रभु राम को पांच वर्षीय बालक के रूप में दर्शाया गया है।

121 वैदिक आचार्य संपूर्ण कर्मकांड विधि कराएंगे संपन्न

राय ने बताया, प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त काशी के प्रख्यात वैदिक आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने तय किया है और वाराणसी के आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में 121 वैदिक आचार्य संपूर्ण कर्मकांड विधि संपन्न कराएंगे। महोत्सव में 150 से अधिक परंपराओं के संत-धर्माचार्य व 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तटवासी, द्वीपवासी व जनजातीय लोगों की उपस्थिति होगी। मंदिर निर्माण से जुड़े 500 से अधिक लोग (इंजीनियर ग्रुप) भी शामिल होंगे।

22 जनवरी को न्यूनतम विधियों की जरूरत

चंपत राय ने बताया, 22 जनवरी को न्यूनतम विधियों की जरूरत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में दिन के 12:20 बजे प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान आरंभ होगा। यह पूजा करीब 40 मिनट तक चलेगी। इसके बाद करीब 75 मिनट पीएम मोदी, सीएम योगी, संघ प्रमुख मोहन भागवत संदेश देंगे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास आशीर्वाद देंगे। समारोह के लिए अतिथियों को 10:30 बजे तक रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करना होगा। मंदिर परिसर में आठ हजार कुर्सियां लगाई जा रही हैं। महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के 25 वाद्य यंत्रों से रामलला का अभिनंदन किया जाएगा।