लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को महिला आरक्षण विधेयक मंजूरी मलिने के बाद स्वागत करते हुए कहा है कि बिल अगर पूर्ण रूप से लागू होता तो ज्यादा खुशी होगी। महिला आरक्षण बिल को पारित होने का तो स्वागत किया लेकिन बहुसंख्यक ओबीसी समाज और एसटी समाज को आरक्षण में न शामिल किए जाने को सामाजिक न्याय की मान्यता से नकारना जैसा बताया है। उन्होंने कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यक समाज की महिलाओं की भी अपेक्षा अनुचित है। देश में अगर महिलाओं को आरक्षण देना है। तो विधेयक को तत्काल प्रभाव से लागू करने का भी जरूरत है। मायावती ने कहा कि महिला आरक्षण बिल संसद के दोनों सदनों से पारित हो जाने का स्वागत, किन्तु देश इसका भरपूर व जोरदार स्वागत करता अगर उनकी अपेक्षाओं के मुताबिक यह अविलम्ब लागू हो जाता। अब तक लगभग 27 सालों के लंबे इंतजार के बाद अनिश्चितता का अब आगे और लम्बा इंतजार करना कितना न्यायसंगत?