सतना । बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के बाद सेंट्रल जेल में 10 साल की सज़ा काटने वाले आरोपी ने जेल से ‎निकलते ही ‎फिर वही द‎रिंदगी को अंजाम ‎दिया है। जानकारी के अनुसार आरोपी सज़ा पूरी करने के बाद जब जेल से बाहर आया तो उसने एक बार फिर दूसरी मासूम से दरिंदगी की। पांच वर्षीय पीड़िता दलित समाज से आती है। यह घटना विंध्य की औद्योगिक नगरी सतना से सामने आई है। मध्य प्रदेश के सतना शहर के सिटी कोतवाली थाना इलाके में बुधवार की शाम पांच बजे जगतदेव तालाब के पास भिक्षावृत्ति कर अपना पेट पालने वाले एक परिवार की पांच वर्षीय बेटी जब कहीं दिखाई नहीं दी, तो बच्ची की दादी ने उसको ढूंढना शुरू कर दिया। क्योंकि बच्ची के माता-पिता कटनी गए थे। कुछ ही दूर में बेटी लहूलुहान हालात में मिली। ‎मिली जानकारी के अनुसार शाम करीब साढ़े पांच बजे राकेश वर्मा उर्फ रक्कू निवासी जीवन ज्योति कॉलोनी, घूमते हुए जगतदेव तालाब पहुंचा और बच्ची को देखकर दुलारने लगा, कुछ देर बाद टॉफी दिलाने के बहाने गोद में उठाकर चल दिया। यह देखकर दादी ने रोकने की कोशिश की, मगर आरोपी भागकर ऑटो में बैठ गया और कृष्णनगर की तरफ चला गया। 
बुजुर्ग महिला के शोर मचाने पर आसपास के लोग उसका पीछा करने लगे, और वहीं कंट्रोल रूम में भी शिकायत दर्ज करा दी। खबर लगते ही सिटी कोतवाल शंखधर द्विवेदी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर बच्ची की तलाश में जुट गए। लगभग दो घंटे की खोजबीन के बाद मासूम बच्ची अस्त-व्यस्त हालत में दादी को मिल गई। गंभीर हालत में बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद रीवा के संजय गांधी मेडिकल हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस तुरंत हरकत में आई और फरार होने से पहले आरोपी राकेश वर्मन को दबोच लिया। 
बता दें ‎‎कि मासूम के परिजन जगतदेव तालाब स्थित शिवमंदिर में भिक्षावृत्ति करते हैं। सिटी कोतवाली पुलिस ने मामले में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला रजिस्टर्ड किया है। नगर पुलिस अधीक्षक महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी वर्ष 2012 में पहले भी कोलगवां थाना क्षेत्र में साढ़े चार साल की बच्ची से दुष्कर्म कर चुका है। अदालत से उसे 10 वर्ष की सज़ा मिली थी। मगर जेल में अच्छे चाल-चलन के आधार पर तीन साल की सजा माफ हो गई और 18 महीने पहले वह जेल से बाहर आ गया था।