गोरखपुर शहर में मनमाने तरीके से चल रहे ऑटो और ई-रिक्शा पर नियंत्रण लगाने की तैयारी परिवहन विभाग ने कर ली है। परिवहन विभाग, यातायात विभाग के साथ मिलकर शहर के ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन करेगा। इसके साथ ही उन्हें यूनिक आईडी जारी की जाएगी। पुलिस परेड ग्राउंड में 16 से 30 अगस्त तक अभियान चलाकर ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन किया जाएगा।

एडीजी अखिल कुमार की अध्यक्षता में बीते नौ अगस्त को महानगर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए बैठक हुई थी। इस दौरान ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का कोई डाटा बेस नहीं होने की वजह से कई घटनाएं होने की स्थिति में जांच करने में समस्या आने की बात रखी गई। इसके बाद निर्णय लिया गया कि शहर की 16 किलोमीटर की परिधि में चलने वाले ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन करने के साथ ही उन्हें यूनिक आईडी जारी की जाएगी, ताकि उनके वाहनों की पहचान हो सके।

संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन संजय कुमार झा ने बताया कि शहर में चल रहे सभी ऑटो-ई-रिक्शा चालक शिविर में वैध ड्राइविंग लाइसेंस और चरित्र प्रमाण पत्र के साथ यातायात कार्यालय और परिवहन विभाग कार्यालय में संपर्क कर यूनिक आईडी नंबर प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा नहीं करने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।