लंदन में ‘भारोपीय हिंदी महोत्सव-2023’ का उद्घाटन दिनांक : १३ अक्तूबर २०२३ को-डॉ. मनोज मोक्षेंद्र
लन्दन, १३ अक्तूबर २०२३ : ‘वातायन-यूके’, ऑक्सफोर्ड बिजनेस कॉलेज़, यूके हिंदी समिति और वैश्विक हिंदी परिवार के तत्वावधान में दिनांक: 13 से 15 अक्तूबर, 2023 तक आयोजित होने वाले ‘भारोपीय हिंदी महोत्सव’ का उदघाटन आज शुक्रवार 13 अक्तूबर, 2023 को हो रहा है।
इस त्रिदिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए विश्व के कोने-कोने से हिंदी के साहित्यकार और हिंदी साहित्य के गहन अनुशीलक अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज़ करा चुके हैं।
इस समय समारोह की संयोजक-प्रबंधक दिव्या माथुर अपनी साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था 'वातायन-यूके' की टीम के साथ अतिथियों के स्वागत और उदघाटन-समारोह के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं।
आज के प्रथम दिवसीय कार्यक्रम में भारत सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री तथा लब्ध-प्रतिष्ठ साहित्यकार--रमेश पोखरियाल जी समारोह की अध्यक्षता करेंगे। इसके मुख्य अतिथि होंगे श्री अमीश त्रिपाठी जो नेहरू सेंटर (लंदन) में भारतीय उच्चायोग में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
यह कार्यक्रम लंदन के समयानुसार सायं 5 बजे से आरंभ होगा और इसके अवसान तक अविराम चलता रहेगा। आज के कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगा--सुप्रसिद्ध हिंदी प्रचारक और साहित्यकार तथा वैश्विक हिंदी परिवार के मानद अध्यक्ष अनिल शर्मा जोशी का बीज वक्तव्य, जिसे वे अपने सुपरिचित अंदाज़ में देंगे।
लंदन उच्चायोग में कार्यरत हिंदी और संस्कृति अधिकारी डॉ. नंदिता साहू अपनी सुमधुर स्वर में सरस्वती-वंदना प्रस्तुत करेंगी। मंच पर आलोक मेहता, डॉ. सच्चिदानंद जोशी, अरुण माहेश्वरी डॉ. अल्पना मिश्र, नीलिमा डालमिया आधार और प्रत्यक्षा सिन्हा का गरिमामय सान्निध्य प्राप्त होगा। मंच के प्रवेश-द्वार पर ‘वातायन-यूके’ की अध्यक्ष और सुपरिचित साहित्यकार मीरा कौशिक जी आगंतुक अतिथियों की अगुवाई करेंगी और तत्पश्चात स्वागत-भाषण देंगी।
इस समारोह के प्रथम सत्र का संचालन प्रतिष्ठित प्रवासी साहित्यकार डॉ. पद्मेश गुप्त अपने सुपरिचित अंदाज़ में करेंगे।
इस उद्घाटन समारोह के दूसरे सत्र में ‘वातायन-यूके’ के वार्षिक आधार पर दिए जाने वाले दो सम्मान क्रमश: श्री संतोष चौबे और प्रोफेसर अनामिका को दिए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त, प्रोफेसर हाइंस वरनर वेस्लर और प्रोफेसर रेखा सेठी को भी सम्मानस्वरूप प्रशस्ति-पत्र दिए जाएंगे।
इस दूसरे सत्र का संचालन लंदन की सुपरिचित कवयित्री आस्था देव करेंगी। इस कार्यक्रम में हिंदी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकारों की सक्रिय सहभागिता होगी।