इंदौर | एक महीने से भी अधिक समय तक इंदौर के आसपास के क्षेत्र में दहशत फैलाने वाला तेंदुआ आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। तेंदुए की वजह से जहां स्कूलों का समय बदल दिया गया था वहीं इंदौर और भोपाल के वन विभाग की टीम लंबे समय से उसकी सर्चिंग में परेशान थी। तेंदुआ खुलेआम इंदौर के आसपास के क्षेत्रों में घूम रहा था और इस वजह से लोगों में दहशत बढ़ती ही जा रही थी। जानकारी के मुताबिक यह मादा तेंदुआ है जिसे ट्रैक टी 7 पर पकड़ा गया है। वन विभाग तेंदुए की मेडिकल जांच के बाद उसे जंगल में छोड़ेगा।

बुधवार सुबह तेंदुए को महू पीथमपुर एशिया के हाई स्पीड ऑटो टेस्टिंग ट्रैक नेट्रेक्स में पकड़ा गया। टेस्टिंग ट्रैक पर पिछले दो दिनों से तेंदुए का मूवमेंट देखा जा रहा था। वह ट्रैक पर लगे कई सीसीटीवी कैमरों में भी नजर आया था। इस दौरान इसने एक नीलगाय का शिकार भी किया था। नेट्रेक्स के अधिकारियों ने तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी।

वन विभाग ने सोमवार रात को तेंदुए की मूवमेंट वाली जगह पर पिंजरा लगाया था। जिसमें बुधवार को तेंदुआ कैद हो गया। अब वन विभाग तेंदुए को सुरक्षित ले जाने को तैयारी कर रहा है। पहले तेंदुए का मेडिकल परीक्षण किया जाएगा। यदि उसे कोई चोट या समस्या हुई तो उपचार करेंगे। अन्यथा जंगल में छोड़ेंगे। तेंदुए के पकड़े जाने से इंदौर के आसपास के क्षेत्रों के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।