छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सोमवार को दिनभर राजस्व न्यायालय में वकीलों ने कोई काम नहीं किया। काम बंद करके वकील सड़कों पर उतरकर जमकर नारेबाजी किया। भ्रष्टाचार के खिलाफ इन वकीलों में काफी गुस्सा नजर आया। सभी ने राजभवन तक पैदल मार्च निकाला। वहां सभी वकीलों ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की। इस विरोध प्रदर्शन और काम बंद किए जाने के बारे में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आशीष सोनी ने बताया कि कुछ दिन पहले रायगढ़ के राजस्व न्यायालय में तहसीलदार और वकीलों के बीच हुई मारपीट की वजह से हम अधिवक्ताओं का समर्थन कर रहे हैं। राजस्व न्यायालय में कई तरह के भ्रष्टाचार फैले हुए हैं, जिसकी वजह से वहां आम लोगों को भी दिक्कत आती है।
करीब दो सप्ताह पहले रायगढ़ तहसील कार्यालय में जमीन नामांतरण कराने को लेकर वकीलों और कर्मचारियों में विवाद हुआ था। जिसके बाद आक्रोश में आकर वकीलों ने दो नायब तहसीलदार को पीट दिया। बाद में प्रशासनिक कर्मचारियों ने भी मारपीट की। इस मामले में कुछ वकीलों को गिरफ्तार भी किया गया था। प्रदेश भर के नायब तहसीलदार और राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने इस मामले में हड़ताल भी की थी।