मुख्यमंत्री शिवराज ने कमलनाथ के गिनाए 11 पाप, पूछा-


भोपाल । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीसीसी चीफ कमलनाथ के पाप गिनाए है। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि बताओ यह कांग्रेस के पाप है की नहीं ? क्या पाप करने वाले फिर से सत्ता में आने चाहिए ?
पाप नंबर 1. तुमने मुख्यमंत्री बन कर मेरी संबल योजना बंद कर दी थी। कमलनाथ तुमने मेरी बहनों का लड्डू का पैसा छीना था।
पाप नंबर 2. जवाब दो कमलनाथ! मैं बेटियों की शादी करवाता था मुख्यमंत्री कन्या विवाह शादी करवा कर खाते में पैसा डालता था। शादी तो हुई लेकिन तुमने बेटियों के खाते में पैसा ही नहीं डाला बेटियों को धोखा दिया।
पाप नंबर 3. इन्होंने संबल योजना बंद कर एक्सीडेंट पर मौत पर मैं 4 लाख देता था वो बंद कर दिए, सामान्य मौत पर मैं 2 लाख देता था वो बंद किए कमलनाथ और अंतिम संस्कार के लिए मैं 5 हजार रुपए देता था कमलनाथ तुमने तो गरीबों का कफन भी छीन लिया।
पाप नंबर 4. तुमने मेरे बेटे-बेटियों को मैं लेपटॉप देता था अच्छे नंबर लाते थे तो तुमने मेरे भांजे-भांजियों के लैपटॉप छीन लिए।
पाप नंबर 5. बैगा, भारिया, सहरिया बहनों के खाते में, मैं 1 हजार डालता था मेरी बहनों कमलनाथ ने वो भी छीन लिए देना बंद कर दिया।
भूल गए ‘अबकी बार 200 पार’ का नारा: रूक्क में अब स्पष्ट बहुमत से सरकार बनने की कही जा रही बात, क्या कांग्रेस के कड़े मुकाबले और बागियों के डर से नारे हुए गायब ?
पाप नंबर 6. मैं गरीबों को रेल से तीर्थ ले जाता था तुमने मेरे बुजुर्गों की तीर्थ बंद कर दी। बताओ यह पाप है की नहीं ? हमने अब फिर तीर्थ चालू कर दी है अब रेल से नहीं हवाई जहाज से तीर्थ ले जाऊंगा चिंता मत करना।
पाप नंबर 7. तुमने गरीबों के 2 लाख मकान जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भेजे थे वापस कर दिए।
पाप नंबर 8. मेरी बहनों जल जीवन मिशन का पैसा आया था आधा केंद्र सरकार से, आधा कमलनाथ को मिलाकर घरों में पानी देना था कमलनाथ ने नहीं दिया।
पाप नंबर 9. किसान भाइयों प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्रधानमंत्री ने बनाई कमलनाथ ने सूची नहीं भेजी किसानों को पैसा नहीं मिला।
पाप नंबर 10. तुमने मध्यप्रदेश को भ्रष्टाचार और दलाली का अड्डा बना दिया।
पाप नंबर 11. तुमने विकास के काम ठप्प कर दिए एक विकास का काम नहीं किया। बताओ यह कांग्रेस के पाप है की नहीं ? बताओ यह पाप करने वाले फिर सत्ता में आने चाहिए क्या ?