जबलपुर। गजल गायक पंकज उदास की मशहूर गजल हुई मंहगी हुई शराब थोड़ी थोड़ी पिया करो इन दिनों मदिरा प्रेमियों के लिए फिट बैठ रही। दरअसल राज्य सरकार द्वारा नये वित्तीय वर्ष में १५ प्रतिशत वृद्धि के साथ शराब ठेको पर रिनुवल करने की पॉलिसी तय की गई। दुकानों के रिनुवल के लिए आज से फार्म जमा किये जायेंगे इसके पहले आबकारी विभाग ने छोटे छोटे शराब ठेकेदारों पर अघोषित तौर पर धमका दिया कि अगर ७५ प्रतिशत दुकानों का रिनुवल नहीं हुआ तो सरकार पूरे जिले का ठेके दे देगी। छोटे छोटे समूह के ठेके लेने वाले घबरा गये और उन्होंने एक राय होकर दुकानों का रिनुवल कराने का फैसला ले लिया इसके साथ ही नये वित्तीय वर्ष में लागू होने वाले शराब के दाम आज से ही लागू कर दिये गये। अंग्रेजी शराब के साथ साथ देशी शराब के दाम बढ़ गये। अंग्रेजी शराब के पउये में ३० रुपये प्रति पउआ बढ़ गये वहीं देशी प्लेन में २० रुपये और देशी मसाला के पउआ में भी २० रुपया बढ़ा दिया गया। जबलपुर में प्रतिदिन ३ से साढ़े तीन करोड़ रुपये की सराब बिकती है। १ मार्च से नये ठेके शुरू हो जायेंगे। अभी से मदिरा प्रेमियों को बढ़े हुए दामों की आदत डालने शराब ठेकेदारों का अघोषित सिन्डीकेट बन गया है जिसमें सभी ठेकेदार लामबंद हो गये। शेष बचे १२ से १४ दिनों में घाट कवर करने के लिये आबकारी विभाग की  मौन स्वीकृति के बाद सभी ने दाम बढ़ा दिये हैं। सूत्रों के मुताबिक ठेकेदार भी मजबूर थे उन्हें आबकारी अधिकारियों ने बुलाकर दो टूक कह दिया था कि ठेका अगर नहीं रिनुवल हुआ तो पंजाब, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के ठेकेदार न केवल जिले बल्कि संभाग लेवल पर ठेका लेने को आतुर हैं। लिहाजा ७५ प्रतिशत दुकाने नवीनीकृत नहीं हुए तो जिले लेवल पर टेंडर हो सकते हैं। चूंकि मप्र में वर्ष २००३ के बाद से एकल टेंडर प्रणाली (छोटे समूह) की निलामी की पॉलिसी चल रही है इसलिए छोटे ठेकेदार बजूद में बने रहने के लिये घाटे में भी ठेकों को नवीनीकृत कराने की जुगत में थे। ठेकेदारों के लिये उस समय सोने का सुहागा वाली बात हो गई जब आबकारी विभाग ने सभी ब्रान्ड की शराब की कीमतों में अभी से १०-१५ प्रतिशत दामों में वृद्धि कर दी है। जबलपुर में अभी ७०९ करोड़ रुपये का ठेका चल रहा है। वर्ष २०२४-२५ के लिये १५ प्रतिशत वृद्धि के साथ शासन ने ८१६ करोड़ आबकारी राजस्व का लक्ष्य रखा है। उम्मीद की जा रही है कि लक्ष्य के विरुद्ध ८०० करोड़ के आसपास ठेके पहुंच जायेंगे। जबलपुर जिले में १४३ दुकाने और ४४ समूह शामिल हैं। इनमें से करीब ३८ से ४० ग्रुप दुकाने १५ प्रतिशत वृद्धि के साथ नवीनीकृत कराने के लिए सहमत हो गये।