एशियाई खेलों के लिए चुनी गई 17 सदस्यीय फुटबॉल टीम में सुनील छेत्री एकमात्र बड़ा चेहरा हैं। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ इन खेलों के लिए दूसरे दर्जे की ही टीम चुन पाया। यही नहीं इन खेलों के लिए विदेशी कोच इगोर स्टिमेच पर भी अब तक स्थिति साफ नहीं है। पहले एआईएफएफ ने इन खेलों के लिए 22 सदस्यीय टीम चुनी थी, लेकिन इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीमों की ओर से फुटबॉलरों को एशियाड के लिए नहीं छोड़े जाने के चलते 17 सदस्यीय दूसरे दर्जे की टीम का चयन हो पाया। आईएसएल और एशियाड की तिथियों में टकराव होने के चलते ऐसा हुआ है।

ऐसा होने से एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे की प्रतिष्ठा को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने एशियाड में फुटबॉल टीम भेजने के लिए पूरा जोर लगाया था। खेल मंत्रालय ने पहले फुटबॉल टीम को हरी झंडी नहीं दी थी, लेकिन अच्छे खिलाडिय़ों की उपलब्धता और हालिया प्रदर्शन का हवाला देकर चौबे फुटबॉल टीम को मंजूरी दिलाने में सफल रहे थे। 17 सदस्यीय टीम में छेत्री समेत सिर्फ नौ खिलाड़ी ही पहले चुनी गई 22 सदस्यीय टीम में से हैं। भारत को 19 को चीन से 21 को बांग्लादेश से और 24 सितंबर को म्यानमार से खेलना है।

टीम: गुरमीत सिंह, धीरज सिंह, सुमित राठी, नरेंदर, अमरजीत सिंह, सैमुअल जेम्स, राहुल, अब्दुल रबीह, आयुष देव, ब्राइस मिरांडा, अजफार नूरानी, रहीम अली, विंसी बरेटो, सुनील छेत्री, रोहित दानू, गुरकीरत सिंह, अनिकेत जाधव।