आगरा: वंदे भारत ट्रेन पर खेल-खेल में एक बच्चे ने पत्थर मारे थे। धौलपुर आरपीएफ ने तीन बच्चों को हिरासत में लिया। पूछताछ में एक बच्चे ने गलती स्वीकार की। काउंसिलिंग के बाद बच्चे को स्वजन को सौंप दिया गया। वहीं आरपीएफ आगरा, शुक्रवार से रेल ट्रैक से दूर रहने को लेकर जागरूकता अभियान शुरू करेगी।

वंदे भारत पर मारे गए पत्थर से टूटी सी-7 कोच की खिड़की

रानी कमलापति स्टेशन, भोपाल से हजरत निजामुद्दीन जा रही वंदे भारत पर 26 जुलाई की सुबह 11.15 बजे मनिया से जाजऊ के मध्य पत्थर मारे गए थे। इससे सी-7 कोच में सीट नंबर 13 व 14 की खिड़की टूट गई थी। आरपीएफ ने जांच शुरू की।

ट्रेन में बाहर की तरफ लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। आरपीएफ ने जांच में पाया कि तीन बच्चे ट्रैक के किनारे खेल रहे थे। खेल-खेल में एक बच्चे ने दो पत्थर तेजी से ट्रेन की तरफ फेंके।

तेजी से लगे पत्थर से खिड़की का शीशा टूटा

आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट अनुभव जैन ने बताया कि एक पत्थर कोच की खिड़की और दूसरा दरवाजे पर लगा। तेजी से लगे पत्थर से ही खिड़की का शीशा टूट गया। बच्चे को प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड धौलपुर राजस्थान में पेश किया गया।

कम उम्र होने के चलते कार्रवाई नहीं की गई। स्वजन ने बच्चे का आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया। काउंसिलिंग के बाद बच्चे को स्वजन को सौंप दिया गया।