आगरा: यमुना गुरुवार को एक बार रौद्र रूप में आ गई। खतरे के निशान को पार कर जलस्तर 151.51 मीटर पहुंच गया है। पोइयाघाट मोक्षधाम में सुबह ही पानी भर गया था, जिससे संस्कार प्रक्रिया बाधित हो गई। कैलाश गांव की गलियों में पानी घुसने लगा, दयालबाग क्षेत्र के गांवों में फसलें डूब गईं।

हाथी घाट पर यमुना किनारों को छूने लगी तो मोतीगंज थोक अनाज बाजार के व्यापारियों की धड़कन तेज हो गईं। दोपहर में यमुना का जलस्तर स्थिर हो गया। गोकुल बैराज से छोड़े जाने वाले पानी में कमी आई है, जिससे शुक्रवार से जलस्तर कम होने लगेगा।

लगातार बढ़ रहा यमुना का जलस्तर

यमुना ने बुधवार को खतरे के निशान 150.87 मीटर को पार कर दिया था, जिसके बाद जलस्तर में निरंतर वृद्धि होती जा रही थी। गुरुवार सुबह कैलाश गांव की गलियों में पानी घुसना शुरू हुआ तो लोग भयभीत हो गए। हाल ही में जलस्तर मीडियम फ्लड लेवल को पार गया था, जिससे 35 से अधिक परिवारों को विस्थापित होना पड़ा था।

क्षेत्र में रहने वाले विनय ने बताया कि पानी बढ़ता देख भय सता रहा है। पिछले दिनों काफी लोगों का सामान खराब हो गया था। खासपुर और आसपास के क्षेत्र में गत दिनों आई बाढ़ से बची फसलें जलमग्न हो गई है। किसान माता प्रसाद ने बताया कि बाजरा और सब्जियां पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं।

शुक्रवार से हो सकती है जलस्तर में गिरावट

दयालबाग स्थित राजश्री एस्टेट के मुख्यद्वार के निकट किनारे तक पानी आ गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी तटवर्ती खेतों में पानी घुसने लगा है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता शरद सौरभ गिरी ने बताया कि जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन अब स्थिर हो गया है। शुक्रवार से जलस्तर में गिरावट आनी शुरू हो जाएगी।

ताज की उत्तरी दीवार तक फिर पहुंची यमुना

यमुना गुरुवार दोपहर ताजमहल की उत्तरी दीवार तक पहुंच गई। एत्माद्दौला की कोठरियों में साढ़े तीन से चार फीट की ऊंचाई तक पानी भर गया है। इसके अलावा रामबाग की यमुना किनारा स्थित सीढ़ियों, सराय गेटवे, मेहताब बाग में यमुना का पानी पहुंच गया है। मेहताब बाग 18 जुलाई से पर्यटकों के लिए बंद है।

एएसआइ ने विभागीय कर्मचारियों को यमुना जल की स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा है। वह सुबह-शाम निरीक्षण कर स्मारकों की स्थिति देख रहे हैं। यमुना तटीय कालोनियों में भी सतर्कता बरती जा रही है। इसके लिए अलर्ट जारी किया गया है।