आगरा: यमुना ने फिर खतरे का निशान पार कर दिया है। जलस्तर में वृद्धि हो रही है और दयालबाग क्षेत्र के खासपुर सहित आसपास के गांव में खेतों में फिर से पानी भर गया है। अभी जलस्तर के और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन जलस्तर मीडियम फ्लड लेवल 152.09 मीटर से नीचे ही रहने का अनुमान है।

हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से शनिवार को 2.41 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इससे यमुना फिर उफनने लगी है। कैलाश मंदिर के घाटों पर पानी सीढ़ियों पर चढ़ आया है। पोइयाघाट मोक्षधाम की दीवार से सटकर यमुना बह रही है। खासपुर के आसपास तलहटी में गत दिनों आए उफान हरा चारा, बाजरा, लौकी, तोरई की फसलें डूब गई थीं।

गांव में बाढ़ का खतरा

किसान गेंदालाल ने बताया कि जलस्तर बढ़ने से पानी निकासी के लिए लगा पंप फिर से डूब गया है। विभव ने बताया कि बुर्जी में रखा भूसा पहले ही बर्बाद हो गया था। एत्माद्दौला क्षेत्र की होती बाबा वाली गली के लोगों को फिर से भय सताने लगा है। पिछले दिनों आए उफान में यहां चार फीट तक पानी भर गया था। क्षेत्रीय लोगों को बड़ा नुकसान हुआ था।

वहीं एत्मादपुर, बरौली अहीर, पिनाहट, बाह क्षेत्रों में तीन हजार बीघा फसल भी प्रभावित हो गई थी। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता शरद सौरभ गिरी ने बताया कि जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। गुरुवार को भी जलस्तर में वृद्धि होगी।